कृष्ण जन्माष्टमी

की पावन बेला पर, श्रीकृष्ण की अद्भुत लीलाओं का स्मरण।

कृष्ण का जन्म

मधुर रात्रि, कारागार में हुआ भगवान श्रीकृष्ण का अवतरण, अधर्म के विनाश और धर्म की पुनः स्थापना के लिए।

उपवास और भजन

उपवास, भजन और कीर्तन से भरे इस पावन पर्व पर, आइए हम सभी श्रीकृष्ण की महिमा का गुणगान करें।

आधी रात का उत्सव

जब घड़ी की सुइयाँ बारह पर पहुँचे, मंदिरों में गूँजे श्रीकृष्ण के जन्म का जयघोष।गुणगान करें।

दही हांडी उत्सव

मस्ती और जोश से भरा दही हांडी उत्सव, जो हमें श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं की याद दिलाता है।

रासलीला

रासलीला के माध्यम से अनुभव करें श्रीकृष्ण और गोपियों के दिव्य प्रेम की कहानी।

भोग और प्रसाद

श्रीकृष्ण के प्रिय भोग जैसे माखन, मिठाई और फलों से सजी थाली। भोग के बाद, प्रसाद वितरण।

सम्पूर्ण भारत में उत्सव

पूरे देश में विविधता से मनाया जाता है यह उत्सव, हर राज्य में श्रीकृष्ण की महिमा का अलग-अलग तरीके से स्मरण।